केएसबी (मोहाली और किरकी) द्वारा समर्थित पैराप्लेजिक पुनर्वास केंद्र
पैराप्लेजिक और टेट्राप्लेजिया भूतपूर्व सैनिकों के पुनर्वास के लिए किरकी और मोहाली में क्रमशः 80 और 30 बिस्तरों की क्षमता वाले पैराप्लेजिक पुनर्वास केंद्र (पीआरसी) चलाए जा रहे हैं। ये संस्थान अपने कामकाज में स्वायत्त हैं और कर्मचारियों के वेतन और भत्ते, कैदियों के खर्च और प्रतिष्ठान के प्रबंधन से संबंधित सभी निर्णय उनके न्यासी बोर्ड/प्रबंध समिति द्वारा लिए जाते हैं। केएसबी द्वारा प्रतिष्ठान के रखरखाव के लिए पीपीएच किरकी के लिए 9,60,750/- रुपये और पीपीएच मोहाली के लिए 4,34,375/- रुपये का एकमुश्त वार्षिक अनुदान दिया जा रहा है और साथ ही प्रति कैदी 14,600/- रुपये प्रति वर्ष दिए जा रहे हैं।